RIVISION:कक्षा 10,CHP-1;संसाधन एवं विकास

संसाधन एवं विकास: NCERT कक्षा 10, अध्याय 1 - आसान नोट्स 🌍

1. संसाधन का अर्थ 🌱



  • परिभाषा: पर्यावरण में उपलब्ध वस्तुएं जो आवश्यकताएं पूरी कर सकें, प्रौद्योगिकी उपलब्ध हो, आर्थिक रूप से संभव और सांस्कृतिक रूप से स्वीकार्य हों, वे संसाधन हैं (जल, बिजली, कपड़े, किताबें). 💧⚡
  • रूपांतरण: प्रकृति, प्रौद्योगिकी और संस्थाओं के पारस्परिक संबंध से संसाधन बनते हैं. 🛠️
  • मानव भूमिका: मानव संसाधन का हिस्सा, पर्यावरण को संसाधन में बदलते हैं. 👨‍🌾

2. संसाधनों का वर्गीकरण 📋

  • उत्पत्ति के आधार पर:

  • जैव: जीवमंडल से, जीवन युक्त (मानव, वनस्पति, पशुधन). 🌳
  • अजैव: निर्जीव (चट्टानें, धातुएं). 🪨
  • समाप्यता के आधार पर:
  • ---------> नवीकरण योग्य: पुन: उत्पन्न (सौर ऊर्जा, जल, वन). ♻️
  • ---------> अनवीकरण योग्य: सीमित, लंबे समय में बनते (खनिज, जीवाश्म ईंधन). ⛽
  • स्वामित्व के आधार पर:

  • ---------> सामुदायिक: सभी के लिए (गाँव की चारागाह, पार्क). 🌲
  • ---------> राष्ट्रीय: देश का (खनिज, जंगल, 12 मील समुद्री क्षेत्र). 🇮🇳
  • ---------> अंतरराष्ट्रीय: वैश्विक नियंत्रण (200 मील से परे महासागर). 🌐
  • ---------> व्यक्तिगत: निजी (किसानों की भूमि, घर). 🏠
  • विकास के स्तर के आधार पर:
  • ---------> संभावी: उपलब्ध लेकिन अप्रयुक्त (राजस्थान में पवन ऊर्जा). 💨
  • ---------> विकसित: सर्वेक्षणित, उपयोग में (कोयला खदानें). ⛏️
  • ---------> भंडार: तकनीक के अभाव में अनुपयोगी (जल से हाइड्रोजन). 💧
  • ---------> संचित कोष: भविष्य के लिए (बाँधों का जल). 💦

3. संसाधन विकास 🌿

  • महत्व: जीवन यापन और गुणवत्ता के लिए आवश्यक. 🌟
  • समस्याएं:
  • अंधाधुंध उपयोग से हास, असमान वितरण (अमीर-गरीब). 💰
  • पर्यावरणीय संकट (ग्लोबल वार्मिंग, प्रदूषण, भूमंडलीय तापन, ओजोन परत अवक्षय, पर्यावरण प्रदूषण, भूमि निम्नीकरण). 🌡️
  • प्रभाव: तेल खत्म होने पर जीवनशैली प्रभावित (परिवहन, उद्योग). 🚗
  • समाधान: न्यायसंगत वितरण, सतत् पोषणीय विकास. ⚖️

4. सतत् पोषणीय विकास 🌱

  • अर्थ: पर्यावरण को नुकसान न पहुँचाए, भविष्य की जरूरतों का ध्यान रखे. ♻️
  • रियो सम्मेलन (1992): 100+ देशों के राष्ट्रीय अध्यक्ष रियो डी जेनेरो( ब्राज़ील ) ने जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता पर हस्ताक्षर, एजेंडा 21 स्वीकृत. 🌍
  • एजेंडा 21: वैश्विक सहयोग से पर्यावरण संरक्षण, गरीबी उन्मूलन. 📜

5. संसाधन नियोजन 📊

  • आवश्यकता: भारत में संसाधनों की असमानता (झारखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़-खनिज( कोयला) प्रचुर भंडार, राजस्थान-जल की कमी). 🗺️
  • चरण: संसाधनों का सर्वेक्षण और तालिका बनाना. 📊

🌍 संसाधन संरक्षण के अंतर्राष्ट्रीय प्रयास

📌 क्या?

* ---------> संसाधनों के संरक्षण को वैश्विक स्तर पर संगठित तरीके से बढ़ावा देने के प्रयास।

📌 कब और कैसे?

  • 1968 – क्लब ऑफ रोम → पहली बार संसाधनों के संरक्षण की व्यवस्थित वकालत की गई।
  • 1974 – शुमेसर की पुस्तक “स्माल इज ब्यूटीफुल”→ गांधीजी के विचारों की पुनरावृत्ति की गई। → छोटे पैमाने पर स्थायी विकास की बात।
  • 1987 – ब्रुन्डलैण्ड आयोग रिपोर्ट (Brundtland Commission Report)
    → “सतत् पोषणीय विकास” (Sustainable Development) की संकल्पना दी।
    → संसाधन संरक्षण को वैश्विक एजेंडा बनाया।
    → यह रिपोर्ट पुस्तक के रूप में "हमारा सांझा भविष्य" (Our Common Future) के नाम से प्रकाशित हुई।

  • 1992 – पृथ्वी सम्मेलन, रियो डी जेनेरो, ब्राजील
  • → पर्यावरण और विकास पर अंतर्राष्ट्रीय समझौता।
  • → संसाधनों के संरक्षण को विश्व के सभी देशों का साझा उत्तरदायित्व बताया।

📌 क्यों?

→ संसाधनों का अत्यधिक दोहन और असंतुलित उपयोग भविष्य के लिए खतरा बन सकता है।
→ संतुलित और न्यायपूर्ण उपयोग हेतु वैश्विक नीति की आवश्यकता महसूस की गई।


प्रौद्योगिकी और संस्थागत ढांचा तैयार करना. 🛠️

  • राष्ट्रीय विकास से समन्वय. 🤝
  • उदाहरण: पंचवर्षीय योजनाओं से प्रयास, क्षेत्रीय संतुलन. 📈

6. भू-संसाधन 🌍

  • महत्व: जीवन, अर्थव्यवस्था, परिवहन पर आधारित. 🏞️
  • भू-आकृतियाँ: भारत में 43% मैदान (कृषि), 30% पर्वत (पर्यटन), 27% पठार (खनिज). 🏔️
  • भू-उपयोग: वन, कृषि, बंजर, गैर-कृषि (सड़क, उद्योग), परती भूमि. 🌾
  1. प्रारूप: 54% क्षेत्र खेती योग्य, पंजाब और हरियाणा (80%) vs. अरुणाचल , मिजोरम, मणिपुर और अंडमान निकोबार दीप समूह 10%). 📏
  • 🌟🌟🌟 हमारे देश में राष्ट्रीय वन नीति 1952 द्वारा निर्धारित 👇🏻
  • चिंता: वन 33% लक्ष्य से कम, भूमि निम्नीकरण. 🌳

7. भूमि निम्नीकरण और संरक्षण 🛡️

  • वर्तमान स्थिति: 13 करोड़ हेक्टेयर निम्नीकृत (28% वन, 56% जल अपरदन). 🌵
  • कारण: वनोन्मूलन, अति पशुचारण, खनन, अति सिंचाई (लवणीयता). ⚠️
  • उपाय: वनारोपण, रक्षक मेखला, खनन नियंत्रण, अपशिष्ट प्रबंधन. 🌱

8.“मृदा संसाधन”

📦 मृदा संसाधन

  • मृदा = सबसे महत्वपूर्ण नवीकरणीय प्राकृतिक संसाधन।
  • यह पौधों की वृद्धि का माध्यम है → जीवों का पोषण करती है।
  • मृदा = जीवंत तंत्र (Living system)।
  • कुछ सेंटीमीटर मृदा बनने में लाखों साल लगते हैं।

🔑 मृदा बनने के कारक:

  • ऊँचाई-नीचाई (उच्चावच)
  • जनक शैल (Parent Rock)
  • जलवायु
  • वनस्पति और जैव पदार्थ
  • समय

🔁 प्राकृतिक प्रक्रियाएँ:

  • तापमान परिवर्तन
  • जल, हवा, हिमनदी की क्रिया
  • रासायनिक और जैविक परिवर्तन

📦 1. जलोढ़ मृदा (Alluvial Soil)

  • सबसे ज्यादा फैली हुई और उपजाऊ मृदा।
  • सिंधु, गंगा, ब्रह्मपुत्र द्वारा लाई गई मिट्टी।
  • उत्तर भारत, गुजरात, राजस्थान, पूर्वी तटीय मैदान में पाई जाती है।

🔸 आयु के आधार पर प्रकार:

  • बांगर (पुरानी) – कंकर ज्यादा।
  • खादर (नई) – महीन कण।

🔸 उपयुक्त फसलें: चावल, गेंहू, गन्ना, दालें

  • अधिकतर पोटाश, फास्फोरस और चूना युक्त
  • गहन कृषि होती है
  • जनसंख्या घनत्व भी अधिक होती है

📦 2. काली मृदा (Black Soil)

  • अन्य नाम: रेगर मिट्टी या काली कपास मिट्टी
  • कपास के लिए विशेष उपयुक्त।(BLACK COTTON SOIL)

📍 पाई जाती है: दक्कन पठार ( बेसाल्ट) क्षेत्र के उत्तर पश्चिमी भाग

📌 फैली: महाराष्ट्र, सौराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गोदावरी-कृष्णा घाटियाँ।

**निमार्ण: लावा जनक शैल

🔸 विशेषताएँ:

  • महीन कण
  • पानी सोखने की अधिक क्षमता
  • गर्मी में दरारें पड़ती हैं
  • गीली होने पर चिपचिपी
  • जुताई: मानसून प्रारंभ होने की पहली बौछार से शुरू
🔸 पोषक तत्व: CaCO₃, Mg, पोटाश – फॉस्फोरस की कमी

📦 3. लाल और पीली मृदा (Red & Yellow Soil)

📍 स्थान: ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य गंगा मैदान का दक्षिणी भाग, पश्चिमी घाट।

🔸 रंग कारण:

  • लाल = लौह तत्व (Iron)
  • पीला = जलयोजन (Hydration)

🔸 जनक शैल: रवेदार आग्नेय व रूपांतरित चट्टानें


📦 4. लेटराइट मृदा (Laterite Soil)

  • शब्द 'Later' = ईंट (Brick)
  • 🔹 निर्माण कैसे होता है?  
  • --------->▪️ क्षेत्र: उष्णकटिबंधीय और उपोष्ण कटिबंधीय  
  • --------->▪️ ऋतुएँ: आर्द्र + शुष्क (बारी-बारी से)  
  • --------->▪️ प्रक्रिया:  

                     → भारी वर्षा  

                     → अत्यधिक निक्षालन (Leaching)  

                     → पोषक तत्व बह जाते हैं  

📍 🔹 भारत में स्थान  

  • ▪️ कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु  
  • ▪️ महाराष्ट्र (प. घाट), ओडिशा  
  • ▪️ पश्चिम बंगाल (कुछ भाग)  
  • ▪️ उत्तर-पूर्वी राज्य  

🔸 मुख्य विशेषताएँ  

  • ▪️ pH < 6.0 (अम्लीय)  
  • ▪️ गहराई: गहरी  
  • ▪️ पोषक तत्व: कम  
  • ▪️ ह्यूमस:  
  • ---------> ➤ वन क्षेत्र = अधिक  
  • --------->➤ विरल वन/शुष्क क्षेत्र = कम  

🔸 फसलें  

  • ▪️ ☕ चाय, कॉफी → कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु  
  • ▪️ 🌰 काजू → तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, केरल  


📦 5.🏜️ मरुस्थली मृदा (Desert Soil)

🔹 शब्द अर्थ
▪️ "मरुस्थल" = रेगिस्तान या शुष्क क्षेत्र

🔹 निर्माण कैसे होता है?
▪️------> ➤ क्षेत्र: शुष्क जलवायु वाले रेगिस्तानी क्षेत्र
▪️ प्रक्रिया:
    → वर्षा बहुत कम
    → उच्च तापमान
    → अधिक वाष्पन (Evaporation)
    → मृदा में लवण (Salts) जमा हो जाते हैं
    → ह्यूमस और नमी की मात्रा बहुत कम

🔹 भारत में स्थान

  • ▪️ राजस्थान (थार मरुस्थल)
  • ▪️ गुजरात (कच्छ क्षेत्र)
  • ▪️ हरियाणा व पंजाब के कुछ शुष्क क्षेत्र

🔸 मुख्य विशेषताएँ

  • ▪️ बनावट: रेतीली और लवणीय
  • ▪️ रंग: लाल या भूरा (कुछ क्षेत्रों में)
  • ▪️ pH: क्षारीय (Alkaline)
  • ▪️ ह्यूमस और नमी: बहुत कम
  • ▪️-----> ➤ नीचे की सतह में:
  •                       ➤ कैल्शियम की मात्रा अधिक
  •                       ➤ चूने के कंकर पाई जाते हैं
  • ▪️ जल अंतः स्यंदन (Infiltration): रुक जाता है
🔸 कृषि की स्थिति

▪️ बिना सिंचाई → खेती मुश्किल
▪️ सही सिंचाई और सुधार तकनीक से → खेती संभव
▪️ उदाहरण: पश्चिमी राजस्थान में अब सिंचित कृषि हो रही है

🔸 फसलें (सिंचाई होने पर)
▪️ बाजरा, मूँग, ग्वार
▪️ खजूर, मेहंदी, अरंडी


📦 6. 🌲 वन मृदा (Forest Soil)

🔹 शब्द अर्थ
▪️ "वन मृदा" = जंगल या पहाड़ी क्षेत्रों में पाई जाने वाली मृदा

🔹 निर्माण कैसे होता है?
▪️ क्षेत्र: पर्वतीय और ऊँचे स्थानों वाले क्षेत्र
▪️ पर्यावरण:
    → पर्याप्त वर्षा
    → घने वन
    → ढलान और ऊँचाई के अनुसार मृदा में भिन्नता

🔹 भारत में स्थान

  • हिमालय के पर्वतीय क्षेत्र
  • पूर्वोत्तर भारत
  • पश्चिमी घाट, पूर्वी घाट
  • कश्मीर, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश आदि

🔸 मुख्य विशेषताएँ
▪️ ढालों पर मृदा:
    → मोटे कणों वाली
    → कम उपजाऊ
▪️ नदी घाटियों में:
    → दोमट या सिल्टदार (उपजाऊ)
▪️ हिमाच्छादित क्षेत्रों में:
    → अधिक अपरदन (Erosion)
    → अम्लीय (Acidic)
    → ह्यूमस रहित (कम जैविक तत्व)
▪️ नदी सोपान व जलोढ़ पंख क्षेत्रों में:
    → उपजाऊ मृदा

🔸 फसलें (जहाँ मृदा उपजाऊ हो)
▪️ मक्का
▪️ आलू
▪️ जौ
▪️ कुछ स्थानों पर सेब और चाय


🌿 7. मृदा अपरदन और संरक्षण (Soil Erosion & Conservation)

🌪️ मृदा अपरदन क्या है?

🔹 परिभाषा:
▪️ मृदा के कटाव और बहाव की प्रक्रिया को मृदा अपरदन कहते हैं।
▪️ मृदा का निर्माण और अपरदन साथ-साथ चलता है, लेकिन जब संतुलन बिगड़ता है, तो मृदा हानि होती है।

⚠️ मृदा अपरदन के कारण

🔹 मानवीय कारण:

  • वनों की कटाई (वनोन्मूलन)
  • अति-चराई (Overgrazing)
  • निर्माण कार्य
  • खनन (Mining)
  • गलत कृषि तकनीक (जैसे ढाल पर सीधा हल चलाना)

🔹 प्राकृतिक कारण:

  • ▪️ बहता जल
  • ▪️ तेज़ पवन
  • ▪️ हिमनद (Glaciers)


🌊 अपरदन के प्रकार

1️⃣ अवनालिका अपरदन (Gully Erosion)

  • ▪️ बहता जल मिट्टी को काटकर गहरी नालियाँ (Awnalikayen) बनाता है।
  • ▪️ ऐसी भूमि उत्खात भूमि (Bad Land) कहलाती है।
  • ▪️ उदाहरण: चंबल बेसिन में इसे खड्ड भूमि (Ravine Land) कहते हैं।

2️⃣ चादर अपरदन (Sheet Erosion)
▪️ ढाल पर जब पानी एक परत में बहता है और ऊपरी मृदा को बहा ले जाता है।

3️⃣ पवन अपरदन (Wind Erosion)
▪️ तेज़ हवा ढालू या समतल भूमि से मृदा को उड़ा ले जाती है।
▪️ विशेष रूप से शुष्क और रेगिस्तानी क्षेत्रों में होता है।

मृदा संरक्षण के उपाय

1️⃣ समोच्च जुताई (Contour Ploughing)
▪️ ढाल वाली भूमि पर समोच्च रेखाओं के समानांतर हल चलाया जाता है, जिससे पानी का बहाव धीमा होता है।

2️⃣ सोपान कृषि (Terrace Farming)
▪️ ढाल पर सीढ़ीनुमा खेत बनाकर मिट्टी और पानी को रोका जाता है।
▪️ उदाहरण: पश्चिमी और मध्य हिमालय

3️⃣ पट्टी कृषि (Strip Farming)
▪️ खेतों को छोटी पट्टियों में बाँट कर फसल और घास को बारी-बारी से लगाया जाता है, जिससे पवन बल कम होता है।

4️⃣ रक्षक पट्टियाँ (Shelter Belts)

  • ▪️ पेड़ों को कतारों में लगाकर पवन की गति को धीमा किया जाता है।
  • ▪️ विशेष रूप से पश्चिमी भारत में रेत के टीलों को रोकने में उपयोगी।


🌳 उदाहरण – जन भागीदारी से सफलता

📍 सुखोमाजरी गाँव (हरियाणा)

  • ▪️ 1976 में वृक्ष घनत्व: 13 पेड़ / हेक्टेयर
  • ▪️ 1992 में बढ़कर: 1272 पेड़ / हेक्टेयर
  • ▪️ 1979-84 में आमदनी: ₹10,000 → ₹15,000

📍 झबुआ जिला (म.प्र.)

  • ▪️ जलविभाजक प्रबंधन द्वारा
  • ▪️ 29 लाख हेक्टेयर भूमि हरा-भरा किया गया
  • ▪️ यह भारत के कुल क्षेत्रफल का लगभग 1% है।


📝 निष्कर्ष (Conclusion)

  • ▪️ मृदा अपरदन एक गंभीर समस्या है, लेकिन
  • ▪️ जन भागीदारी, सही कृषि तकनीक, और प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करके इसे रोका जा सकता है।
  • ▪️ यह सिर्फ भूमि ही नहीं, समाज और अर्थव्यवस्था को भी समृद्ध करता है।

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*Class 10 Geography NCERT – Chapter 1: संसाधन एवं विकास** पर आधारित 20 **MCQs** (BPSC TRE 4 स्तर के अनुसार)।

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# 🌾 **Chapter 1: संसाधन एवं विकास – 20 प्रश्न**


**प्रश्न 1.** संसाधन किसे कहते हैं?
(A) केवल प्राकृतिक वस्तुएं
(B) केवल मानवीय क्षमताएं
(C) वे वस्तुएं जो उपयोगी हों और जिन्हें मानव उपयोग कर सके
(D) केवल जैविक तत्व

**प्रश्न 2.** संसाधनों को किस आधार पर वर्गीकृत किया जाता है?
(A) उनके स्वामित्व के आधार पर
(B) उनके उपयोग की स्थिति के आधार पर
(C) उनकी उत्पत्ति के आधार पर
(D) उपरोक्त सभी

**प्रश्न 3.** पुनः उत्पन्न होने वाले संसाधन कौन से हैं?
(A) कोयला
(B) जल
(C) पेट्रोलियम
(D) खनिज

**प्रश्न 4.** राष्ट्रीय संसाधन का उदाहरण है:
(A) रेलवे
(B) बगीचा
(C) निजी भूमि
(D) सड़क किनारे दुकान

**प्रश्न 5.** बंजर भूमि किसे कहा जाता है?
(A) जो खेती के लिए उपयुक्त हो
(B) जो वर्ष में एक बार ही उपज देती हो
(C) जो अनुपजाऊ हो
(D) उपयुक्त में से कोई नहीं

**प्रश्न 6.** भारत में संसाधनों की प्रमुख समस्या क्या है?
(A) अत्यधिक मात्रा में संसाधन
(B) असमान वितरण
(C) अधिक वर्षा
(D) केवल खनिज संसाधनों की कमी

**प्रश्न 7.** टिकाऊ विकास का क्या अर्थ है?
(A) केवल वर्तमान पीढ़ी के लिए विकास
(B) केवल भविष्य के लिए विकास
(C) वर्तमान व भविष्य दोनों के लिए संसाधनों का विवेकपूर्ण उपयोग
(D) केवल औद्योगिक विकास

**प्रश्न 8.** संसाधनों के विवेकपूर्ण उपयोग को क्या कहा जाता है?
(A) अंधाधुंध विकास
(B) सतत विकास
(C) पारंपरिक विकास
(D) स्थानीय विकास

**प्रश्न 9.** प्राकृतिक संसाधन कौन से हैं?
(A) मानव निर्मित वस्तुएं
(B) हवा, जल, मिट्टी
(C) मोबाइल, कंप्यूटर
(D) भवन

**प्रश्न 10.** जीवाश्म ईंधन है:
(A) जल
(B) पवन
(C) कोयला
(D) सूरज की ऊर्जा

**प्रश्न 11.** जैव संसाधनों का उदाहरण है:
(A) मवेशी
(B) लोहा
(C) कोयला
(D) चूना पत्थर

**प्रश्न 12.** निजी संसाधन का उदाहरण है:
(A) बांध
(B) विद्यालय
(C) व्यक्ति की भूमि
(D) सड़क

**प्रश्न 13.** सबसे अधिक भूमि उपयोग भारत में किसके लिए किया जाता है?
(A) वन
(B) चराई
(C) कृषि
(D) उद्योग

**प्रश्न 14.** बंजर भूमि के पुनर्वास के लिए कौन-सा उपाय उपयुक्त है?
(A) वहाँ फैक्ट्री लगाना
(B) वनीकरण
(C) खेती बंद करना
(D) उस क्षेत्र को छोड़ देना

**प्रश्न 15.** मिट्टी अपरदन का प्रमुख कारण है:
(A) वनों की कटाई
(B) वर्षा
(C) पर्वत
(D) नदी

**प्रश्न 16.** संसाधनों के दो प्रमुख प्रकार कौन से हैं?
(A) खाद्य व अपारंपरिक
(B) प्राकृतिक व मानव निर्मित
(C) खनिज व जैविक
(D) जल व ऊर्जा

**प्रश्न 17.** सतत विकास का एक मुख्य उद्देश्य क्या है?
(A) पर्यावरण की उपेक्षा
(B) सीमित संसाधनों का अधिकतम उपयोग
(C) पर्यावरण संरक्षण के साथ विकास
(D) केवल आर्थिक लाभ

**प्रश्न 18.** विकास के लिए सबसे आवश्यक तत्व है:
(A) पूंजी
(B) तकनीक
(C) संसाधन
(D) शिक्षा

**प्रश्न 19.** संसाधनों का अति उपयोग किसका कारण बनता है?
(A) पुनः उत्थान
(B) संतुलन
(C) पारिस्थितिक असंतुलन
(D) प्राकृतिक पुनर्भरण

**प्रश्न 20.** “संसाधन तभी उपयोगी होता है जब…”
(A) वह महंगा हो
(B) उसका आयात हो
(C) उसकी उपयोगिता हो व मानव उसका उपयोग कर सके
(D) वह केवल सुलभ हो

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### ✅ **उत्तर कुंजी व व्याख्या**

| प्रश्न | उत्तर | व्याख्या |
| ------ | ----- | ------------------------------------------------------------------------------------------------ |
| 1 | C | संसाधन वे हैं जो उपयोगी हैं और मानव द्वारा उपयोग किए जा सकते हैं। |
| 2 | D | संसाधनों को उत्पत्ति, स्वामित्व, उपयोग की स्थिति और विकास स्तर के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है। |
| 3 | B | जल पुनः उत्पन्न होने वाला संसाधन है। |
| 4 | A | रेलवे, सरकार के स्वामित्व में होने से राष्ट्रीय संसाधन है। |
| 5 | C | बंजर भूमि अनुपजाऊ होती है। |
| 6 | B | भारत में संसाधनों का वितरण असमान है। |
| 7 | C | टिकाऊ विकास का उद्देश्य है वर्तमान और भविष्य दोनों की ज़रूरतों को पूरा करना। |
| 8 | B | सतत विकास का मतलब है विवेकपूर्ण और पर्यावरण-अनुकूल उपयोग। |
| 9 | B | हवा, जल और मिट्टी प्राकृतिक संसाधन हैं। |
| 10 | C | कोयला जीवाश्म ईंधन है। |
| 11 | A | मवेशी जैव संसाधनों का हिस्सा हैं। |
| 12 | C | व्यक्ति की भूमि निजी संसाधन है। |
| 13 | C | भारत में भूमि का सबसे अधिक उपयोग कृषि में होता है। |
| 14 | B | बंजर भूमि को उपजाऊ बनाने के लिए वनीकरण किया जाता है। |
| 15 | A | वनों की कटाई से मिट्टी का अपरदन होता है। |
| 16 | B | प्राकृतिक और मानव निर्मित दो प्रमुख प्रकार हैं। |
| 17 | C | सतत विकास पर्यावरण की रक्षा करते हुए होता है। |
| 18 | C | विकास के लिए संसाधन सबसे आवश्यक हैं। |
| 19 | C | अति उपयोग पारिस्थितिक असंतुलन पैदा करता है। |
| 20 | C | संसाधन तभी उपयोगी होता है जब उसमें उपयोगिता हो और मानव उसका प्रयोग कर सके। |

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अगर आप चाहें तो अगला चैप्टर (जैसे Class 10 Chapter 2: वन्य संसाधन) पर भी इसी तरह से Mock Test तैयार किया जा सकता है।
बताइए अगले चैप्टर पर कब शुरू करें?


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