🧪 अध्याय 1 : हमारे आस-पास के पदार्थ
(Class 9 - विज्ञान / NCERT आधारित सरल नोट्स)
अध्याय 1 "हमारे आस-पास के पदार्थ" के शुरुआती भाग को बहुत ही आसान भाषा और बिंदुवार (point-wise) ढंग से नोट्स में तैयार किया गया है — ताकि आप आसानी से याद कर सकें और पढ़ा भी सकें:
🧪 अध्याय 1 : हमारे आस-पास के पदार्थ
(Class 9 - विज्ञान / NCERT आधारित सरल नोट्स)
🔸 1. हमारे चारों ओर वस्तुएँ और पदार्थ
- हमारे चारों ओर कई वस्तुएँ दिखती हैं – जैसे लकड़ी, पानी, हवा, पत्थर, भोजन आदि।
- हर वस्तु किसी-न-किसी सामग्री से बनी होती है, जिसे "पदार्थ" कहा जाता है।
- चाहे वह जीवित वस्तु हो या निर्जीव, सभी चीजें पदार्थ कहलाती हैं।
🔸 2. पदार्थ की विशेषताएँ
- हर पदार्थ का एक द्रव्यमान (Mass) होता है।
- यह कुछ स्थान घेरता है (आयतन/Volume)।
- जैसे: हवा, पानी, बादल, तारे, पौधे, जानवर, रेत, आदि सभी पदार्थ हैं।
🔸 3. प्राचीन काल की धारणा – पंचतत्व
---------> ➤ भारतीय दार्शनिकों ने कहा कि सभी वस्तुएँ पाँच तत्वों से बनी हैं:- 🔹 वायु
- 🔹 पृथ्वी
- 🔹 अग्नि
- 🔹 जल
- 🔹 आकाश
- ---------> ➤ इसे "पंचतत्व" कहा गया।
- यूनानी दार्शनिकों ने भी ऐसी ही धारणा रखी थी।
🔸 4. आधुनिक विज्ञान की दृष्टि से पदार्थ की दो मुख्य श्रेणियाँ:
- भौतिक गुणों के आधार पर
- रासायनिक प्रकृति के आधार पर (इस अध्याय में हम भौतिक गुणों पर ध्यान देंगे।)
🔸 5. आयतन (Volume) के मात्रक
- अंतरराष्ट्रीय मात्रक पद्धति में आयतन का मात्रक है –
- --------->➤ घन मीटर (m³)
- ---------> ➤ दैनिक जीवन में सामान्यतः उपयोग होता है – ➤ लीटर (L)
📘 1.1 पदार्थ का भौतिक स्वरूप
🔹 1.1.1 पदार्थ कणों से मिलकर बना होता है
🌟 प्राचीन दो विचारधाराएँ:
- कुछ लोगों का मानना था कि पदार्थ सतत (continuous) होता है, जैसे लकड़ी।
- कुछ का मानना था कि पदार्थ कणों (particles) से मिलकर बना है, जैसे रेत।
🧪 क्रियाकलाप 1.1 (Activity)
✅ सामग्री:
- 100 mL बीकर
- पानी
- नमक या शर्करा
- काँच की छड़
✅ क्रिया:
- बीकर में आधा पानी भरें और निशान लगाएँ।
- उसमें शर्करा/नमक डालें और मिलाएँ।
- देखें कि नमक या शर्करा कहाँ गया?
✅ परिणाम:
- नमक/शर्करा पूरा पानी में घुल गया।
- पानी का स्तर नहीं बढ़ा।
- इसका मतलब:
✅ निष्कर्ष:
- इससे साबित होता है कि सभी पदार्थ छोटे-छोटे कणों से बने होते हैं।
✅ मुख्य बिंदु (Quick Revision Points):
- पदार्थ = हर वह चीज जिससे कोई वस्तु बनी हो।
- पंचतत्व = वायु, पृथ्वी, अग्नि, जल, आकाश।
- हर पदार्थ का द्रव्यमान और आयतन होता है।
- आयतन के मात्रक: m³ (घन मीटर), L (लीटर)।
- पदार्थ कणों से मिलकर बने होते हैं।
🔹 1.1.2 – पदार्थ के कण कितने छोटे होते हैं?
🧪 क्रियाकलाप 1.2 से निष्कर्ष:
- पोटैशियम परमैंगनेट के कुछ क्रिस्टल 100 mL पानी में मिलाए गए।
- फिर उस घोल को 10 mL लेकर 90 mL पानी में मिलाते हैं (बार-बार दोहराते हैं)।
- हर बार घोल का रंग हल्का होता है, लेकिन रंग बना रहता है।
- 🔸 इसका मतलब: पदार्थ के कण बहुत-बहुत छोटे होते हैं।
- इतने छोटे कि 1 क्रिस्टल में लाखों-करोड़ों कण होते हैं।
- डेटॉल का भी यही प्रयोग कर सकते हैं, महक बनी रहती है।
🔹 1.2 – पदार्थ के कणों के अभिलक्षण (विशेषताएँ)
✅ 1.2.1 पदार्थ के कणों के बीच रिक्त स्थान होता है
- नमक, शर्करा, डेटॉल या पोटैशियम परमैंगनेट घोलने पर उनके कण पानी में मिल जाते हैं।
- जब हम चाय, नींबू-पानी आदि बनाते हैं – एक पदार्थ के कण दूसरे के रिक्त स्थानों में चले जाते हैं।
- 🔸 निष्कर्ष: पदार्थ के कणों के बीच खाली जगह होती है।
✅ 1.2.2 पदार्थ के कण निरंतर गति करते हैं
🧪 क्रियाकलाप 1.3 (अगरबत्ती):
- बुझी अगरबत्ती की खुशबू पास जाकर महसूस होती है।
- जलाने पर सुगंध दूर तक जाती है।
- 🔸 निष्कर्ष: कण गति में रहते हैं, और गर्म होने पर ज्यादा तेज गति करते हैं।
🧪 क्रियाकलाप 1.4 (स्याही और शहद):
- स्याही की बूँद धीरे-धीरे पूरे पानी में फैल जाती है।
- शहद भी नीचे बैठ जाता है और धीरे-धीरे फैलता है।
- 🔸 निष्कर्ष: कण स्वतः मिलते हैं = विसरण (Diffusion)
- गर्मी से विसरण की गति तेज हो जाती है।
🧪 क्रियाकलाप 1.5 (गर्म और ठंडा पानी):
- कॉपर सल्फेट का क्रिस्टल गर्म पानी में तेजी से घुलता है।
- ठंडे पानी में धीरे-धीरे।
- 🔸 निष्कर्ष: तापमान बढ़ाने से कणों की गति और मिश्रण की दर बढ़ती है।
🔸 निष्कर्ष (1.3, 1.4, 1.5 से):
- पदार्थ के कण लगातार गति में रहते हैं।
- गर्म करने से गति और विसरण दोनों तेज हो जाते हैं।
- विसरण = एक पदार्थ के कणों का दूसरे पदार्थ में स्वतः मिलना।
✅ 1.2.3 पदार्थ के कण एक-दूसरे को आकर्षित करते हैं
🧪 क्रियाकलाप 1.6 (मानव श्रृंखला का खेल):
- 4 ग्रुप बनाए गए — किसी ने कसकर पकड़ा, किसी ने ढीला।
- जिसे ढीला पकड़ा गया, उसे तोड़ना आसान था।
- 🔸 निष्कर्ष: जिन पदार्थों में कण मजबूती से जुड़े होते हैं, उन्हें तोड़ना कठिन होता है।
🧪 क्रियाकलाप 1.7 (कील, चॉक, रबर बैंड):
- कील को तोड़ना मुश्किल, चॉक आसानी से टूटती है।
- रबर बैंड को खींच सकते हैं।
- 🔸 निष्कर्ष: कणों के बीच आकर्षण बल अलग-अलग होता है।
✅ महत्वपूर्ण परिभाषाएँ:
- विसरण (Diffusion): दो पदार्थों के कणों का स्वतः मिल जाना।
- गति: पदार्थ के कण स्थिर नहीं होते, वे हिलते रहते हैं।
- आकर्षण बल: कणों को आपस में बाँधे रखने वाला बल।
📌 अंत में – कणों की विशेषताएँ (Revision):
- पदार्थ कणों से बना होता है।
- कणों के बीच रिक्त स्थान होता है।
- कण निरंतर गति करते रहते हैं।
- कण एक-दूसरे को आकर्षित करते हैं।
- गर्मी से कणों की गति और विसरण बढ़ता है।
📘 प्रश्नोत्तरी (Important Questions):
Q1. निम्न में से कौन पदार्थ है?
उत्तर: कुर्सी, वायु, बादाम, नींबू पानी, इत्र की सुगंध ✅
(स्नेह, घृणा, विचार = नहीं, क्योंकि ये पदार्थ नहीं हैं।)
Q2. गर्मा-गरम खाने की गंध दूर तक जाती है, क्यों?
उत्तर: क्योंकि गर्मी से कणों की गति तेज हो जाती है, जिससे विसरण तेजी से होता है।
Q3. स्वीमिंग पूल में गोताखोर पानी को काट नहीं पाता, क्यों?
उत्तर: क्योंकि पानी के कण आपस में आकर्षित रहते हैं – यह कणों के आकर्षण बल को दर्शाता है।
Q4. पदार्थ के कणों की विशेषताएँ बताइए।
उत्तर:
- बहुत छोटे होते हैं।
- उनके बीच रिक्त स्थान होता है।
- वे गति करते हैं।
- आपस में आकर्षण बल होता है।
🔹 1.3 पदार्थ की अवस्थाएँ (States of Matter)
पदार्थ तीन अवस्थाओं में पाए जाते हैं:
- ठोस (Solid)
- द्रव (Liquid)
- गैस (Gas)
🔸 1.3.1 ठोस अवस्था (Solid State)
🧱 ठोस की विशेषताएँ:
- निश्चित आकार होता है।
- निश्चित आयतन (Volume) होता है।
- सीमाएँ स्पष्ट होती हैं।
- बहुत कम संपीड्यता होती है।
- दृढ़ (Rigid) होते हैं।
- विसरण नहीं करते।
🧪 उदाहरण:
- किताब, पेन, लकड़ी, सूई
❓ विशेष उदाहरण:
- रबर बैंड: खिंचने पर आकार बदलता है, लेकिन छोड़ने पर फिर से मूल आकार ले लेता है – यह ठोस ही है।
- नमक और शक्कर: बर्तन का आकार ले लेते हैं, लेकिन उनके क्रिस्टल्स का आकार नहीं बदलता – ठोस हैं।
- स्पंज: इसमें छिद्र होते हैं, इसलिए दबाने पर हवा निकलती है – फिर भी यह ठोस है।
🔸 1.3.2 द्रव अवस्था (Liquid State)
💧 द्रव की विशेषताएँ:
- आकार निश्चित नहीं होता – जिस बर्तन में रखें, उसी का आकार ले लेता है।
- आयतन निश्चित होता है।
- बहाव होता है – तरल होते हैं।
- थोड़ी संपीड्यता होती है।
- विसरण होता है, ठोसों से तेज़।
🧪 उदाहरण:
- जल, दूध, जूस, तेल, शीतल पेय
🌀 विशेष बातें:
- द्रव में ठोस, द्रव और गैस – तीनों ही घुल सकते हैं।
- द्रव के कणों में रिक्त स्थान अधिक होता है।
- गर्म जल में विसरण की दर ज्यादा होती है।
🔸 1.3.3 गैसीय अवस्था (Gaseous State)
💨 गैस की विशेषताएँ:
- न निश्चित आकार होता है।
- न निश्चित आयतन होता है – पूरा बर्तन भरती है।
- बहुत अधिक संपीड्यता होती है।
- विसरण सबसे तेज़ होता है।
- कणों की गति बहुत तेज़ और अनियमित होती है।
- गैस के कण बर्तन की दीवारों से टकराकर दबाव उत्पन्न करते हैं।
🧪 उदाहरण:
- हवा, ऑक्सीजन, CNG, LPG
📊 1.3.4 तीनों अवस्थाओं की तुलना
गुण | ठोस | द्रव | गैस |
---|---|---|---|
आकार | निश्चित | निश्चित नहीं | निश्चित नहीं |
आयतन | निश्चित | निश्चित | निश्चित नहीं |
संपीड्यता | नगण्य | थोड़ी | बहुत अधिक |
गतिज ऊर्जा | सबसे कम | मध्यम | सबसे अधिक |
बहाव | नहीं | हाँ | हाँ |
विसरण | बहुत धीमा | तेज़ | बहुत तेज़ |
कणों की गति | कंपन करते हैं | धीरे-धीरे गति करते | बहुत तेज़ और अनियमित |
घनत्व | सबसे अधिक | मध्यम | सबसे कम |
🧠 महत्त्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर
1. घनत्व बढ़ते क्रम में:
वायु < चिमनी का धुआँ < रुई < जल < शहद < चॉक < लोहा
2. विभिन्न अवस्थाओं के गुण:
- दृढ़ता: ठोस > द्रव > गैस
- संपीड्यता: गैस > द्रव > ठोस
- तरलता: गैस ≈ द्रव > ठोस
- बर्तन में फैलाव: गैस पूरी तरह फैलती है
- आकार: ठोस का निश्चित, द्रव व गैस का नहीं
- गतिज ऊर्जा: गैस > द्रव > ठोस
- घनत्व: ठोस > द्रव > गैस (बर्फ़ अपवाद है)
3. कारण बताइए:
(a) गैस के कणों में रिक्त स्थान अधिक होता है – इसलिए वे पूरे बर्तन में फैल जाते हैं।
(b) गैस के कण तेज़ी से टकराते हैं – जिससे दबाव उत्पन्न होता है।
(c) लकड़ी की मेज़ का निश्चित आकार और आयतन है – इसलिए वह ठोस है।
(d) हवा में कण दूर-दूर होते हैं – इसलिए हाथ आसानी से चल जाता है, लेकिन ठोस में कण पास-पास होते हैं – इसलिए ताकत लगती है।
4. बर्फ़ जल में क्यों तैरती है?
बर्फ़ का घनत्व जल से कम होता है क्योंकि उसके कण जल की तुलना में दूर-दूर होते हैं। इसलिए वह जल की सतह पर तैरती है।
🔷 1.4 क्या पदार्थ अपनी अवस्था को बदल सकता है?
✅ जल की तीन अवस्थाएँ:
- ठोस (Solid): बर्फ़
- द्रव (Liquid): पानी
- गैस (Gas): जलवाष्प
🔶 1.4.1 तापमान परिवर्तन का प्रभाव
🌡️ तापमान बढ़ने पर क्या होता है?
- ताप बढ़ाने से कणों की गतिज ऊर्जा बढ़ती है।
- कण ज्यादा तेज़ी से हिलने लगते हैं।
- कणों के बीच का आकर्षण बल कमजोर होता है।
- इससे पदार्थ की अवस्था बदलने लगती है।
🔹 ठोस से द्रव में परिवर्तन (Melting / Sangalan)
- बर्फ को गर्म करने पर यह पिघलकर पानी बन जाती है।
- इस प्रक्रिया को संगलन (melting) कहते हैं।
जिस तापमान पर बर्फ पिघलती है उसे गलनांक (Melting Point) कहते हैं।
---------> ➤ बर्फ का गलनांक = 273 K (0°C)
इस प्रक्रिया में तापमान एक जैसा बना रहता है
अतिरिक्त ऊष्मा छुपी रहती है, इसे कहते हैं:
---------> ➤ संगलन की गुप्त ऊष्मा (Latent Heat of Fusion)
🔹 द्रव से गैस में परिवर्तन (Boiling / Vaporization)
- जल को और गर्म करने पर वह उबलकर भाप में बदल जाता है।
- जिस तापमान पर पानी उबलता है, वह कहलाता है:
- ---------> ➤ क्वथनांक (Boiling Point) = 373 K (100°C)
- उबलते समय भी तापमान स्थिर रहता है।
- अतिरिक्त ऊर्जा को कहा जाता है:
- वाष्पीकरण की गुप्त ऊष्मा (Latent Heat of Vaporization)
🔸 गुप्त ऊष्मा (Latent Heat) क्या है?
- ऐसी ऊष्मा जो अवस्था बदलने में खर्च होती है,
- लेकिन तापमान नहीं बढ़ता, इसलिए इसे "गुप्त (छुपी)" कहते हैं।
🔺 अवस्थाओं का परिवर्तन:
अवस्था | प्रक्रिया | ऊर्जा का प्रवाह |
---|---|---|
ठोस → द्रव | संगलन (Melting) | ऊर्जा दी जाती है |
द्रव → गैस | वाष्पीकरण (Boiling) | ऊर्जा दी जाती है |
गैस → द्रव | संघनन (Condensation) | ऊर्जा निकाली जाती है |
द्रव → ठोस | जमना (Freezing) | ऊर्जा निकाली जाती है |
🔹 ऊर्ध्वपातन (Sublimation)
❓ क्या कुछ पदार्थ बिना द्रव बने गैस में बदल सकते हैं?
हाँ! जैसे:
- कपूर (Camphor)
- अमोनियम क्लोराइड (NH₄Cl)
🌬️ प्रक्रिया:
- ठोस से सीधा गैस बनना: ऊर्ध्वपातन (Sublimation)
- गैस से सीधा ठोस बनना: निक्षेपण (Deposition)
🔬 क्रियाकलाप:
- कपूर/अमोनियम क्लोराइड को गर्म करो।
- वह सीधा भाप बन जाता है।
- कीप के किनारे ठोस के रूप में फिर से जम जाता है।
✅ निष्कर्ष (Summary):
- पदार्थ की अवस्था को बदला जा सकता है।
- तापमान बढ़ाने या घटाने से अवस्थाएँ बदलती हैं।
- अवस्थाओं का परिवर्तन कणों की गति और ऊर्जा पर निर्भर करता है।
- कुछ विशेष पदार्थ बिना द्रव बने सीधे गैस में बदलते हैं (ऊर्ध्वपातन)।
📌 तापमान की SI मात्रक प्रणाली (Kelvin & Celsius)
🔹 1. तापमान की SI इकाई (मात्रक)
- अंतर्राष्ट्रीय इकाई (SI Unit) → केल्विन (Kelvin - K) होती है।
- केल्विन (K) को वैज्ञानिकों द्वारा प्रयोग में लाया जाता है क्योंकि यह शुद्ध और सटीक माप देता है।
🔹 2. सेल्सियस और केल्विन के बीच संबंध
- 0°C = 273.15 K
- ------> ➤👉 परंतु सरलता के लिए:
- ---> ➤0°C = 273 K माना जाता है।
🔹 3. केल्विन से सेल्सियस में बदलना (K → °C)
📍 सूत्र:
- °C = K - 273
📌 उदाहरण:
यदि तापमान = 300 K
तो → 300 - 273 = 27°C
🔹 4. सेल्सियस से केल्विन में बदलना (°C → K)
- 📍 सूत्र:
- ----> ➤K = °C + 273
- 📌 उदाहरण:
- -------> ➤ यदि तापमान = 25°C
- तो → 25 + 273 = 298 K
🔹 5. ध्यान रखने योग्य बातें
- 273.15 असल में शुद्ध मान है, परंतु अधिकतर प्रश्नों में 273 का प्रयोग किया जाता है।
- केल्विन तापमान का कोई ऋणात्मक मान नहीं होता (K ≥ 0)।
📘 1.4.2 दाब-परिवर्तन का प्रभाव (Effect of Pressure Change)
🔹 1. पदार्थ की अवस्था का अंतर क्यों होता है?
- पदार्थ की अवस्थाएँ (ठोस, द्रव, गैस) उनके घटक कणों के बीच की दूरी पर निर्भर करती हैं।
- गैस में कण सबसे दूर रहते हैं, द्रव में थोड़ा पास और ठोस में बहुत पास।
🔹 2. दाब (Pressure) बढ़ाने से क्या होता है?
- जब गैस पर दाब डाला जाता है, तो उसके कण आपस में समीप आ जाते हैं।
- इससे गैस द्रव में बदल सकती है।
- यानी, दाब बढ़ाने और तापमान घटाने से गैस को द्रव में बदला जा सकता है।
🧪 चित्र 1.8 यही दर्शाता है –
"दाब बढ़ाने पर पदार्थ के कण समीप आ जाते हैं।"
🔹 3. शुष्क बर्फ (Dry Ice) क्या है?
- यह ठोस CO₂ (कार्बन डाइऑक्साइड) है।
- यह दबाव घटाने पर बिना द्रव बने सीधे गैस में बदल जाती है।
- >➤👉 इसे उर्ध्वपातन (Sublimation) कहते हैं
- इसलिए इसे ही "शुष्क बर्फ़" कहा जाता है।
🔹 4. पदार्थ की अवस्था किन बातों पर निर्भर करती है?
- तापमान (Temperature)
- दाब (Pressure)
👉 दोनों के बदलने से कोई पदार्थ ठोस-द्रव-गैस में परिवर्तित हो सकता है।
🔹 5. गैसीय दाब के मात्रक
- atm (Atmosphere) = सामान्य वायुमंडलीय दाब
- SI मात्रक = पास्कल (Pa)
- 1 atm = 1.01 × 10⁵ Pa
✳️ समुद्र तल पर वायुमंडलीय दाब = 1 atm
👉 इसे ही सामान्य दाब (Normal Pressure) कहते हैं।
🔹 6. जल की अवस्था किस तापमान पर क्या होगी?
- a. 250°C → जल गैस की अवस्था में होगा।
- b. 100°C → जल उबल रहा होगा, पर उसका तापमान स्थिर रहेगा।
🔹 7. अवस्था परिवर्तन के समय तापमान स्थिर क्यों रहता है?
- क्योंकि उस समय दी गई ऊष्मा,
- 👉 कणों के बीच के आकर्षण बल को तोड़ने में लगती है,
- 👉 ना कि तापमान बढ़ाने में।
इस ऊष्मा को कहते हैं – गुप्त ऊष्मा (Latent Heat)
🔹 8. वायुमंडलीय गैसों को द्रव में बदलने की विधि
✅ गैस को द्रव में बदलने के लिए:
- गैस का दाब बढ़ाएँ।
- तापमान घटाएँ।
- 👉 इससे गैस के कण पास आ जाएंगे और वह द्रव में बदल जाएगी।
उदाहरण:
- ऑक्सीजन और नाइट्रोजन को ऐसे ही संग्रहित किया जाता है।
📘 1.5 वाष्पीकरण (Evaporation)
🔹 1. वाष्पीकरण क्या है?
- जब कोई द्रव (liquid) बिना उबलने के ही धीरे-धीरे वाष्प (gas) में बदल जाए, तो इसे वाष्पीकरण (Evaporation) कहते हैं।
- यह प्रक्रिया क्वथनांक से नीचे के तापमान पर होती है।
- उदाहरण:
---------> ➤ खुले बर्तन में पानी का सूख जाना
---------> ➤ गीले कपड़ों का सूखना
🧪 1.5.1 वाष्पीकरण को प्रभावित करने वाले कारक
🔸 1. सतह क्षेत्र (Surface Area)
- सतह जितनी अधिक फैली होगी, वाष्पीकरण उतना तेज़ होगा।
- उदाहरण: कपड़े सुखाने के लिए उन्हें फैलाकर रखा जाता है।
🔸 2. तापमान (Temperature)
- तापमान बढ़ने से कणों की गतिज ऊर्जा (kinetic energy) बढ़ जाती है।
- इससे अधिक कण वाष्पीकृत हो जाते हैं → वाष्पीकरण की दर बढ़ती है।
🔸 3. आर्द्रता (Humidity)
- आर्द्रता = वायु में जलवाष्प की मात्रा
- जब वायु पहले से ही नमी से भरी होती है, तो वाष्पीकरण की दर कम हो जाती है।
🔸 4. वायु की गति (Wind Speed)
- तेज़ हवा जल वाष्प को हटा देती है।
- इससे आस-पास की हवा शुष्क होती है → वाष्पीकरण की दर बढ़ती है।
- उदाहरण: पंखे के नीचे कपड़े जल्दी सूखते हैं।
❄️ 1.5.2 वाष्पीकरण से शीतलता क्यों होती है?
- वाष्पीकरण के समय द्रव के कण ऊर्जा लेते हैं और उड़ जाते हैं।
- यह ऊर्जा द्रव अपने आस-पास से अवशोषित करता है।
- जिससे आसपास की वस्तुएँ ठंडी महसूस होती हैं।
🔸 उदाहरण:
- एसीटोन, पेट्रोल या इत्र हाथ पर डालने से ठंडक लगती है।
- गर्म दिन के बाद छत पर पानी छिड़कने से ठंडक मिलती है।
- पसीने के वाष्पीकरण से शरीर ठंडा होता है।
👕 गर्मियों में सूती कपड़े क्यों पहनें?
- सूती कपड़े पसीने को अवशोषित कर लेते हैं।
- यह पसीना आसानी से वाष्पीकृत हो जाता है।
- वाष्पीकरण के कारण शरीर की ऊष्मा निकल जाती है → शरीर ठंडा रहता है।
💧 ठंडी बोतल या गिलास के बाहर पानी की बूँदें क्यों बनती हैं?
- ठंडी सतह से संपर्क में आकर वायु की जलवाष्प द्रव में बदल जाती है।
- यही बूँदों के रूप में दिखाई देती है।
❓ प्रश्नों के उत्तर (सारांश रूप में)
1. गर्म, शुष्क दिन में कूलर अधिक ठंडा क्यों करता है?
→ शुष्क हवा में पानी जल्दी वाष्पीकृत होता है, जिससे वातावरण ठंडा हो जाता है।
2. गर्मियों में मटके का पानी ठंडा क्यों होता है?
→ मटका मिट्टी का होता है, जिससे पानी बाहर रिसता है और वाष्पीकरण से ठंडक होती है।
3. एसीटोन, पेट्रोल, इत्र से हथेली ठंडी क्यों होती है?
→ वाष्पीकरण के दौरान यह द्रव आपकी हथेली से ऊष्मा ले लेता है।
4. कप की तुलना में प्लेट से चाय/दूध जल्दी क्यों ठंडा होता है?
→ प्लेट की सतह अधिक होती है, जिससे वाष्पीकरण तेज़ होता है।
5. गर्मियों में किस तरह के कपड़े पहनने चाहिए?
→ सूती और हल्के रंग के कपड़े, ताकि पसीना जल्दी सूखे और शरीर ठंडा रहे।
🧪 पदार्थ की 5 अवस्थाएँ (States of Matter)
- ठोस (Solid)
- द्रव (Liquid)
- गैस (Gas)
- प्लाज्मा (Plasma)
- बोस-आइंस्टाइन कंडनसेट (Bose-Einstein Condensate - BEC)
🔹 4. प्लाज्मा अवस्था (Plasma State)
▶️ प्लाज्मा क्या है?
- यह गैस जैसी अवस्था होती है, लेकिन इसके कण आयनीकृत (ionized) होते हैं यानी उनमें धनात्मक व ऋणात्मक आवेश होते हैं।
- इसके कणों में बहुत अधिक ऊर्जा होती है।
- यह पदार्थ की चौथी अवस्था मानी जाती है।
▶️ प्लाज्मा कैसे बनता है?
- जब गैस में बिजली प्रवाहित की जाती है या उसे बहुत गर्म किया जाता है,
- तो गैस के अणु आयनीकृत हो जाते हैं,
- और वह प्लाज्मा में बदल जाती है।
▶️ प्लाज्मा के उदाहरण:
- फ्लोरोसेंट ट्यूब: इसमें हीलियम या दूसरी गैस होती है।
- नियॉन बल्ब: इसमें नियॉन गैस होती है।
- दोनों में बिजली चलने पर गैस आयनीकृत होकर चमकती है।
- सूर्य और तारे: इनकी चमक का कारण भी प्लाज्मा है।
▶️ विशेषताएँ:
- हर गैस का प्लाज्मा अलग रंग में चमकता है।
- यह बिजली का अच्छा चालक होता है।
- प्लाज्मा में कण बहुत तेजी से गति करते हैं।
🔹 5. बोस-आइंस्टाइन कंडनसेट (BEC)
▶️ BEC क्या है?
- यह पदार्थ की पाँचवीं अवस्था है।
- इसमें कणों की गति बहुत धीमी होती है।
- यह सुपर-कूल्ड गैस (बहुत ठंडी गैस) होती है।
▶️ इतिहास:
- सन् 1920 में भारतीय वैज्ञानिक सत्येंद्रनाथ बोस ने इसका सिद्धांत दिया।
- अल्बर्ट आइंस्टाइन ने उनके सिद्धांतों पर आधारित गणनाओं से इसकी भविष्यवाणी की।
▶️ प्रयोग और सफलता:
- सन् 2001 में वैज्ञानिक एरिक कॉर्नेल, उल्फगैंग केटरले और कार्ल वेमैन ने BEC को प्रयोग में बनाया।
- इसके लिए उन्हें भौतिकी का नोबेल पुरस्कार मिला।
▶️ कैसे बनता है?
- बहुत कम घनत्व वाली गैस को
- बहुत कम तापमान पर ठंडा करने से
- वह BEC अवस्था में बदल जाती है।
▶️ विशेषताएँ:
- इसमें सारे कण एक ही क्वांटम अवस्था में होते हैं।
- कणों की गति लगभग रुक जाती है।
- यह सुपरफ्लुइडिटी और क्वांटम गुणों को दर्शाता है।
🔗 अतिरिक्त जानकारी के लिए:
-
वेबसाइट: 🌐 www.chem4kids.com
यहाँ आप पदार्थ की चौथी और पाँचवीं अवस्था पर और जानकारी पा सकते हैं।
📝 Mock Test – पदार्थ की अवस्थाएँ (20 प्रश्न)
❓ प्रश्न एवं विकल्प:
1. पदार्थ की पाँचवीं अवस्था कौन-सी है?
(a) ठोस
(b) प्लाज्मा
(c) गैस
(d) बोस-आइंस्टाइन कंडनसेट
2. प्लाज्मा अवस्था के कण कैसे होते हैं?
(a) शांत और सुस्त
(b) घने और ठोस
(c) आयनीकृत और ऊर्जावान
(d) तरल रूप में
3. नियॉन बल्ब में कौन-सी गैस होती है?
(a) हीलियम
(b) नियॉन
(c) ऑक्सीजन
(d) क्लोरीन
4. फ्लोरसेंट ट्यूब में प्रायः कौन-सी गैस होती है?
(a) नाइट्रोजन
(b) ऑक्सीजन
(c) हीलियम
(d) हाइड्रोजन
5. प्लाज्मा की उपस्थिति कहाँ पाई जाती है?
(a) पृथ्वी के अंदर
(b) केवल प्रयोगशाला में
(c) सूर्य और तारों में
(d) ठोस वस्तुओं में
6. प्लाज्मा के कण होते हैं –
(a) तटस्थ
(b) बर्फ जैसे
(c) आवेशित
(d) जमे हुए
7. BEC की खोज किस भारतीय वैज्ञानिक की गणनाओं पर आधारित है?
(a) सी. वी. रमन
(b) होमी भाभा
(c) सत्येंद्रनाथ बोस
(d) विक्रम साराभाई
8. BEC का पूर्ण रूप क्या है?
(a) Bose-Electronic Condensate
(b) Bose-Einstein Condensate
(c) Basic Energy Condensate
(d) Bose Energy Cluster
9. BEC बनाने के लिए गैस को किस तापमान पर रखा जाता है?
(a) उच्च तापमान
(b) कमरे का तापमान
(c) बहुत कम तापमान
(d) 100°C
10. BEC की घनत्व की तुलना सामान्य वायु से करें:
(a) समान
(b) दोगुना
(c) एक लाखवाँ भाग
(d) दस गुना अधिक
11. पदार्थ की वह अवस्था जो विद्युत ऊर्जा से बनती है:
(a) ठोस
(b) गैस
(c) द्रव
(d) प्लाज्मा
12. सूर्य में जो चमक होती है, वह किस कारण होती है?
(a) गैस
(b) प्लाज्मा
(c) धातु
(d) विकिरण
13. प्लाज्मा अवस्था में गैसें किस रूप में होती हैं?
(a) वाष्पित
(b) आवेशित
(c) ठंडी
(d) द्रव
14. BEC को पहली बार किस वर्ष प्राप्त किया गया?
(a) 1947
(b) 1986
(c) 2001
(d) 1920
15. BEC प्राप्त करने के लिए वैज्ञानिकों को मिला नोबेल पुरस्कार किस क्षेत्र में था?
(a) रसायन
(b) भौतिकी
(c) गणित
(d) खगोलशास्त्र
16. कौन-से बल्ब या ट्यूब में प्लाज्मा पाया जाता है?
(a) बल्ब
(b) CFL
(c) LED
(d) फ्लोरसेंट ट्यूब व नियॉन बल्ब
17. पदार्थ की किस अवस्था में कण सबसे कम गति में होते हैं?
(a) गैस
(b) प्लाज्मा
(c) BEC
(d) द्रव
18. BEC की प्राप्ति में योगदान देने वाले अमेरिकी वैज्ञानिकों में कौन शामिल थे?
(a) होमी भाभा
(b) स्टीफन हॉकिंग
(c) एरिक ए. कॉर्नेल
(d) अल्बर्ट आइंस्टाइन
19. प्लाज्मा में कौन-सी ऊर्जा डाली जाती है जिससे गैस आयनीकृत होती है?
(a) यांत्रिक ऊर्जा
(b) विद्युत ऊर्जा
(c) ताप ऊर्जा
(d) ध्वनि ऊर्जा
20. BEC अवस्था कैसी गैस से बनाई जाती है?
(a) घनी गैस
(b) हल्की गैस
(c) सामान्य घनत्व वाली गैस
(d) अत्यंत कम घनत्व वाली गैस
✅ उत्तर व व्याख्या:
प्रश्न | उत्तर | व्याख्या |
---|---|---|
1 | (d) | BEC पदार्थ की पाँचवीं अवस्था है। |
2 | (c) | प्लाज्मा में कण आयनीकृत और ऊर्जावान होते हैं। |
3 | (b) | नियॉन बल्ब में नियॉन गैस होती है। |
4 | (c) | फ्लोरसेंट ट्यूब में हीलियम या अन्य गैस होती है। |
5 | (c) | सूर्य और तारों में प्लाज्मा पाया जाता है। |
6 | (c) | प्लाज्मा के कण आवेशित होते हैं। |
7 | (c) | S.N. बोस ने BEC के लिए गणनाएँ की थीं। |
8 | (b) | BEC = Bose-Einstein Condensate |
9 | (c) | BEC बनाने के लिए बहुत कम तापमान चाहिए। |
10 | (c) | BEC की घनत्व सामान्य वायु का 1 लाखवाँ भाग होता है। |
11 | (d) | प्लाज्मा विद्युत ऊर्जा से बनता है। |
12 | (b) | सूर्य की चमक प्लाज्मा के कारण होती है। |
13 | (b) | प्लाज्मा में गैसें आयनीकृत होती हैं। |
14 | (c) | 2001 में BEC पहली बार प्राप्त किया गया। |
15 | (b) | वैज्ञानिकों को यह पुरस्कार भौतिकी में मिला। |
16 | (d) | फ्लोरसेंट ट्यूब और नियॉन बल्ब में प्लाज्मा होता है। |
17 | (c) | BEC में कणों की गति सबसे कम होती है। |
18 | (c) | एरिक ए. कॉर्नेल BEC पर कार्य करने वाले वैज्ञानिक हैं। |
19 | (b) | प्लाज्मा में विद्युत ऊर्जा दी जाती है। |
20 | (d) | BEC बनाने के लिए बहुत ही कम घनत्व वाली गैस होती है। |
BPSC TRE 4 स्तर के आधार पर तापमान (Temperature) अध्याय पर आधारित 20 बहुविकल्पीय प्रश्नों का मॉक टेस्ट, जिसमें अंत में सभी उत्तरों के साथ व्याख्या भी दी गई है।
🌡️ तापमान पर आधारित 20 महत्वपूर्ण प्रश्न (BPSC TRE 4 स्तर)
🔸 प्रश्न एवं विकल्प:
1. तापमान की SI मात्रक क्या है?
(A) डिग्री सेल्सियस
(B) फारेनहाइट
(C) केल्विन
(D) रैंकाइन
2. 0°C को केल्विन में परिवर्तित करें।
(A) 273 K
(B) 100 K
(C) 273.15 K
(D) 100.15 K
3. केल्विन को सेल्सियस में बदलने के लिए क्या करते हैं?
(A) 100 जोड़ते हैं
(B) 273 घटाते हैं
(C) 273 जोड़ते हैं
(D) 100 घटाते हैं
4. 300 K का मान सेल्सियस में कितना होगा?
(A) 27°C
(B) 37°C
(C) 0°C
(D) 100°C
5. 27°C का केल्विन में मान क्या होगा?
(A) 273 K
(B) 300 K
(C) 350 K
(D) 200 K
6. किस मापक यंत्र से तापमान मापा जाता है?
(A) बैरोमीटर
(B) हाइग्रोमीटर
(C) थर्मामीटर
(D) एनीमोमीटर
7. निम्न में से कौन सा कथन सही है?
(A) केल्विन का प्रयोग केवल वैज्ञानिक कार्यों में होता है
(B) सेल्सियस ही SI मात्रक है
(C) तापमान की कोई SI मात्रक नहीं होती
(D) तापमान को लीटर में मापा जाता है
8. जब किसी वस्तु का तापमान 0 K होता है, तो वह अवस्था कहलाती है:
(A) उच्च ताप अवस्था
(B) ताप संतुलन
(C) परम शून्य
(D) सामान्य ताप
9. 100°C का केल्विन मान क्या होगा?
(A) 373 K
(B) 100 K
(C) 273 K
(D) 0 K
10. तापमान मापन के कौन-कौन से पैमाने प्रचलित हैं?
(A) केवल सेल्सियस
(B) केवल फारेनहाइट
(C) केवल केल्विन
(D) तीनों - सेल्सियस, फारेनहाइट, केल्विन
11. सामान्य मानव शरीर का तापमान लगभग कितना होता है?
(A) 273 K
(B) 98.6°F
(C) 0°C
(D) 100°C
12. फारेनहाइट और सेल्सियस के बीच संबंध है:
(A) °F = °C + 32
(B) °F = (9/5 × °C) + 32
(C) °F = (5/9 × °C) + 32
(D) °F = (°C - 32) × 5/9
13. 0 K को क्या कहते हैं?
(A) जल वाष्पीकरण बिंदु
(B) ऊष्मा ऊर्जा का उच्चतम बिंदु
(C) परम शून्य
(D) सामान्य ताप
14. तापमान को नापने का SI मापक यंत्र कौन है?
(A) टेप
(B) थर्मामीटर
(C) बैरोमीटर
(D) कैलोरीमीटर
15. 273 K को सेल्सियस में बदलें:
(A) 0°C
(B) 100°C
(C) 37°C
(D) -273°C
16. तापमान का प्रभाव किस पर नहीं पड़ता?
(A) गैस का घनत्व
(B) द्रव का आयतन
(C) ठोस का घनत्व
(D) प्रकाश की गति
17. 100°F का सेल्सियस मान क्या होगा?
(A) 37.7°C
(B) 100°C
(C) 212°C
(D) 0°C
18. तापमान बढ़ने पर गैस के अणुओं की गति:
(A) घटती है
(B) नहीं बदलती
(C) बढ़ती है
(D) पहले घटती है फिर बढ़ती है
19. तापमान और ऊष्मा में अंतर है कि:
(A) दोनों एक ही हैं
(B) तापमान ऊर्जा का रूप है
(C) तापमान ऊर्जा नहीं है
(D) तापमान और ऊष्मा दोनों वजन होते हैं
20. तापमान को बढ़ाने पर द्रव:
(A) सिकुड़ता है
(B) फैलता है
(C) बदलता नहीं
(D) जम जाता है
✅ उत्तर एवं व्याख्या
प्रश्न | उत्तर | व्याख्या |
---|---|---|
1 | (C) | तापमान की SI इकाई केल्विन है। |
2 | (A) | 0°C = 273 K होता है। |
3 | (B) | केल्विन से सेल्सियस में बदलने के लिए 273 घटाते हैं। |
4 | (A) | 300 – 273 = 27°C |
5 | (B) | 27 + 273 = 300 K |
6 | (C) | तापमान थर्मामीटर से मापा जाता है। |
7 | (A) | वैज्ञानिक प्रयोगों में केल्विन का प्रयोग होता है। |
8 | (C) | 0 K को परम शून्य कहते हैं। |
9 | (A) | 100 + 273 = 373 K |
10 | (D) | तीनों पैमाने प्रयोग में लाए जाते हैं। |
11 | (B) | 98.6°F सामान्य मानव शरीर का ताप है। |
12 | (B) | °F = (9/5 × °C) + 32 सही सूत्र है। |
13 | (C) | 0 K = परम शून्य, कोई गति नहीं होती। |
14 | (B) | तापमान मापने का यंत्र थर्मामीटर है। |
15 | (A) | 273 – 273 = 0°C |
16 | (D) | प्रकाश की गति तापमान पर निर्भर नहीं करती। |
17 | (A) | (100 - 32) × 5/9 = 37.7°C |
18 | (C) | तापमान बढ़ने से अणुओं की गति बढ़ती है। |
19 | (C) | तापमान ऊर्जा नहीं है, यह ऊर्जा की माप है। |
20 | (B) | तापमान बढ़ने पर द्रव फैलता है। |
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