मैं एक छात्र हूँ जिसकी जिंदगी परेशानी कठिनाई संकट से भरी पड़ी है, जो आज हमें ब्लोग तक खींच लाई, हमारा परेशानी कठिनाई संकट से गहरा संबंध है!
लेकिन फिर भी हम नें कभी हार नहीं मानी सोच चुका हूँ कुछ भी हो जाए लडूंगा पर पीछे नहीं होंगे चाहे कुछ भी हो जाए!
पहला पन्ना
पता नहीं फिर लोग क्यों खुद को मार लेतें है जबकि उसके पास जीने की कई वजह होती है सिर्फ एक वजह को छोड़ कर, और आप इसी वजह के लिए खुद को मार लेतें है।
अगर आप चाहे तो कई वजह के सहारे जिंदा रह सकते हैं लेकिन आप ऐसा नहीं करते, पता नहीं क्यों?
खैर छोड़िये इन सब बातों को हां मुझे याद आया मैं अपनी दिनचर्या के बारे में बात कर रहा था।
मेरा दिन
- प्रारंभ होता है सुबह 4:00 बजे से रात्रि के 1:00 बजे तक।
- मैं 4:00 बजे से 5:30 बजे तक प्रेयर, व्यायाम करता हूँ
- 6:00 बजे से 9:00 बजे तक कुछ बच्चे हमारे पास पढ़ने आते हैं जिसे मैं पढ़ाता हूं, जिससे मुझे ख़ुशी भी मिल जाती है और टेंशन फ्री भी, और थोड़ा सा जेब खर्च भी निकल जाता है,
- फिर 9:00 बजे से 10:00 तक नाश्ता भी करना, और 2 बच्चे को भी पढ़ाता हूं, क्योंकि उनके साथ कुछ इम्पोर्टेंट प्रोब्लम है जिसकी वजह से वो सुबह आ नहीं पाते, जिसकी वजह से हमें अपने नाश्ता वाले टाइम में उन्हें एडजेस्ट करना पड़ता है,
- 10:00 बजे से 12:00 बजे तक अपने सेलेब्स की पढ़ाई करता हूं, जिसमें गणित विशेष है।
- 12:00 बजे से 1:00 बजे तक कपड़े धोना, नहाना साफ सफाई करना, लेकिन ये सब काम रोज नहीं होता है,
- 1:00 बजे से 2:00 बजे तक प्रेयर, खाना खाता हूं।
- 2:00 बजे से 3:00 बजे तक नींद लेता हूं, अगर नींद नहीं आई तो फिर भी आंखें बंद किए लेटा रहता हूं,
- 3:00 बजे से 4:00 बजे तक सेल्फ स्टडी करता हूं। मैंने ये टाइम सेल्फ स्टडी के लिए इस लिए चुना है क्योंकि आराम लेकर पढ़ने के बाद जो कुछ आप पढ़तें हैं वो आप को याद रहता है सबड़ी बात तो यह है आप को इंटरेस्ट मिलता है।
- 4:00 बजे से 5:00 बजे तक एक घर में पढ़ाने जाता हूं।
- 5:00 बजे से 6:45 बजे तक फिर पढ़ाता हूं। 15 मिनट आने जाने में लग जाता है।
- 7:00 बजे से 9:00 बजे तक मैं पढ़ाई करता हूँ, इस टाइम याद करने वाली बुक पर ज्यादा फोकस करता हूँ, क्योंकि मैंने पूर्वज कहते थे रात को पढ़ने से ह्रदय पर लिख जाता,
- 9:00 बजे से 10:00 बजे तक रात्रि का खाना.और फैमिली मेटर पर कुछ बातें हो जाती है.
- 10:00 बजे से 11:30 बजे तक अपनी पढ़ी हुई चीजों को दुहराना, ताकि उसे भूल ना जाएं।
- 11:30 से 1:00 बजे तक ब्लोग लिखना, सोशल मीडिया पर एक्टिव रहना, गेम खेलना,विडियो, कोई सिरीयल या सीरीज देखना
- 1:00 बजे से 4:00 बजे तक सो जाना।
ये है हमारा दिनचर्या
दोस्तों, मैंने अपने दिनचर्या को 15 हिस्से में बांटा है, यहां आपको यहां हर एक एक हिस्सा बताया जाएगा ताकि आप उन्हें पढ़कर इंटरेस्ट ले सकें मुझेेेेे उम्मीद है आप नहीं समझेंगे होंगे,तो लिजिए मैं आपको बताता हूं के यहां होगा क्या?
उदाहरण:
जैसे मैं बच्चों को पढ़ाता, सेल्फ स्टडी करता, विडियो, गेम,या किसी सिरीज़ में यूनिक अमेजिंग या कोई ऐसी कहानी,या कोई शिक्षा,या फिर कोई तजुर्बा तो वो आपको बताई जाएगी, मुझे उम्मीद है आपको भी मजा आएगा और मुझे भी।
नोट= आधा एक घंटा इधर उधर तो हो ही जाता है तो क्या हुआ कोई प्रोब्लम वाली बात नहीं है लेकिन टाइम टेबल से चलने का मजा ही कुछ और है।
1 Comments
Thanks for you
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