क्या हनफ़ी फ़िक़्ह के अनुसार तज़ियादारी और आलमदारी की अनुमति है या नहीं?

सवाल 49604
शीर्षक: मुहर्रम
प्रश्न: क्या हनफ़ी फ़िक़्ह के अनुसार तज़ियादारी और आलमदारी की अनुमति है या नहीं? कृपया विस्तार से बताएं।

उत्तर 49604
بسم اللہ الرحمن الرحیم
सैय्यदना हुसैन (رضی اللہ عنہ) की दर्दनाक शहादत (मृत्यु) निस्संदेह इतिहास की सबसे दुखद घटनाओं में से एक है जो मुहर्रम के महीने में हुई थी। लेकिन शियाओं द्वारा मुसलमानों के खिलाफ षड्यंत्रपूर्वक अपना दुख व्यक्त करने के लिए तज़ियादारी, आलमदारी और अन्य बिदअतों (नवाचारों) का आविष्कार किया गया, जो शरीयत के अनुसार और सभी उलमाओं के अनुसार गैरकानूनी और हराम है। सभी मुसलमानों को इन कृत्यों ( कामों ) से बचना चाहिए। विवरण के लिए देखें: मजलिस अबरार, मजलिस नं. 37.
अल्लाह (सुभाना वा ताअला) बेस्ट . जानता है
दारुल इफ्ता,
दारुल उलूम देवबंद, भारत

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